
मोहाली (मनीष शंकर)भारत न्यूज़लाइन:-जिले में पड़ने वाले गांव मस्तगढ़ में एक बिल्डर द्वारा शमशान घाट की तरफ जाने वाले गांव के रास्ते में ही प्लॉट काट कर बेच दिया। जिसके चलते गांव वालों के लि शमशान तक जाने के लिए कोई रास्ता ही नहीं बचा। इसको लेकर गांव मस्तगढ़ की सरपंच कृपाल कौर, लंबड़दार रूलदा सिंह, रिंकू सिंह, मनजीत सिंह तथा अन्यों ने बताया कि उनके गांव में मनोहर सिंह कंपनी नाम के बिल्डर द्वारा कलौनी काटी जा रही है। मास्टर प्लान के अनुसार गांव से शमशान घाट को जाने के लिए 22 फुट चौड़ी सड़क है। गांव की शुरूआत से लेकर शमशाम घाट तक वो पक्की सड़क बनी हुई है। लेकिन अब बिल्डर ने शमशान घाट से कुछ दूरी पहले ही एक अन्य प्लॉट काट कर बेच दिया। अब उस प्लॉट का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जिस कारण लोगों का शमशान तक जाने का रास्ता ही बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर तहसीलदार, बीडीपीओ, पंचायत सेक्रटरी सभी को शिकायत की है। लेकिन अब तक किसी अधिकारी द्वारा इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया है और ना ही इस मामले मेंे कोई कार्रवाई की गई है।
अधिकारियों की मिलीभगत से मास्टर प्लान में डलवा दिया प्लॉट
गांव के लोगों ने बताया कि इस मामले में जिला प्रशासन के अधिकारियों की भी मिलीभगत साफ नजर आ रही है। क्योंकि जब गांव के लोगों ने उस प्लॉट के निर्माण का विरोध किया तो प्लॉट मालिक ने उन्हें मास्टर प्लान दिखाया जिसमें उसका प्लॉट मास्टर प्लान में इस प्लॉट को शामिल करवाया गया है। साथ ही यह भी सवाल खड़ा होता है कि अगर सरकारी सड़क बीच में आ रही थी तो कलौनी के मास्टर प्लान को मंजूरी कैसे मिल गई।
बीडीपीओ बोले दूसरी तरफ से रास्ता मुहैया करवा देते हैं
गांव निवासियों ने बताया कि कुछ इस मामले इस मामले में बीडीपीओ गांव में आए थे तो उनसे जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि अब यह प्लॉट को मास्टर प्लान में आ रहा है तो इसे रोका नहीं जा सकता है। जबकि दूसरी साइड से भी कंपनी की ही जमीन पड़ी है। वहां से शमशान घाट को पक्का रास्ता दे दिलवा देते हैं। लेकिन गांव निवासियों का कहना था कि यहां पर तो एक प्लॉट है जिसे रूकवाया नहीं जा रहा। जबकि दूसरी तरफ वाले रास्ते में भी 15 से 20 प्लॉट बीच में आते हैं। उन्हें कैसे रूकवा दिया जाएगा।
शमशान को जाने वाले रास्ते की कोई दिक्कत नही है। वहां 20 फुट का ही रास्ता है। रोड के आसपास के एरिया में पेवर ब्लॉक लगे है। जिससे पूरा एरिया 40 फुट का बन जाता है। गांव जाकर मौका देखा गया था। अगर गांव निवासी अभी संतुष्ट नहीं है तो दोबारा जाकर बात की जाएगी।-BDPO
-गांव निवासियों के सभी आरोप निराधार हैं। सरकारी जमीन के एक इंच पर भी कोई कब्जा नहीं है। बलकि रेवेन्यू विभाग के पटवारी, कानूनगो के अलावा अन्य अधिकारियों ने प्रॉपर पैमाइश भी की है। शमशान को जाने वाला 22 फुट रास्ता ऐसे ही है उसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।
धनवंश सिंह सिद्धू, डायरेक्टर मनोहर सिंह कंपनी